नीम का पेड़ और पत्ते कुदरत की देन है जिसको ओषधि का पेड़ माना गया है, इसका उपयोग होम्योपेथिक और आयुर्वेदिक दवाओं में कॉफी समय से किया जा रहा है, अब तो अंग्रेजी दवाइयां मैं भी नीम का प्रयोग होने लगा है, नीम के पत्तो का सेवन करने से काई तरह के रोग दूर होते हैं, जैसे - शुगर, रक्तशोधक, त्वचा रोग और यह एंटीवाइरल का काम भी करता है,
नीम से नहाने से हमारी त्वचा पर किसी भी प्रकार का रोग नहीं होता,
नीम हमारी त्वचा के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद है, पहले के लोग नीम के पत्तों को पानी में उबालकर फिर उसे ठंडा कर उस पानी से नहाते थे और आज के समय में नीम के साबुन भी आसानी से उपलब्ध है,
2. रूसी मैं प्रयोग
नहाने में नीम का प्रयोग करने से बाल स्वस्थ रहते हैं नीम में फंगस और जीवाणु रोधक गुण मौजूद है बालों पर खुजली व सूखापन नहीं आता.
उपयोग - नीम के पत्ते को पानी में डालकर उबालें फिर उसे ठंडा कर के नहाये.
* नीम का तेल भी किसी आयुर्वेदिक दुकान पर आसानी से उपलब्ध है उसे हफ्ते में दो बार इस्तेमाल करने से बाल मजबूत बनते हैं ओर बालों में जुए भी नहीं पड़ती.
3. दांत और मसूड़ो के किए फायदेमंद
मसूड़ों का सुजना, मसूड़ों में खून आना, कटना और दांतो का हिलना आज समस्या हर तीसरे व्यक्ति के साथ है,
उपाय- नीम के पत्तों को चबाना उसके रस से दांतो की मालिश और नीम का दातुन फायदेमंद इससे दांत मजबूत होंगे.
4. रक्तशोधक
नीम के पत्तो को अच्छी तरह चबाये उसके रस को अंदर ले जाए , नीम के 7-8 पत्तो को पानी मे उबाल कर उसे ठंडा कर छान के सुबह खाली पेट पिये । नीम के रस से हमारा खून साफ होता है.
5. चोट लगने पर नीम
नीम के पत्तो को हल्का धो कर पानी मे उबाल लें ठंडा कर फिर उस पानी को चोट पर डाले और फिर पत्तो को चोट पर लगा कर पटी बांध लें.
6. पेट के कीड़ों कर नीम
अगर बच्चा रात को सोते हुए दांत घिसे तो इसका मतलब पेट मे कीड़े है या अचानक पेट मे दर्द होने लगे,
कीड़ो को मारने के लिए बच्चो को नीम का पानी पिलाये, मीन के पत्ते खिलाये, और चाय बनाते समय उसमे 5-7 नीम के पत्ते दाल दे.
*5 साल से कम बच्चो को नीम बिना डॉक्टर की सलाह के ना दे.
*प्रेग्नेंट और स्तनपान कराने वाली महिलाए नीम का सेवन ना करें (doctor की सलहा जरूर ले).
नीम के फायदे और नुकसान | Neem Benefites in Hindi
1. त्वचा के लिएनीम से नहाने से हमारी त्वचा पर किसी भी प्रकार का रोग नहीं होता,
नीम हमारी त्वचा के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद है, पहले के लोग नीम के पत्तों को पानी में उबालकर फिर उसे ठंडा कर उस पानी से नहाते थे और आज के समय में नीम के साबुन भी आसानी से उपलब्ध है,
2. रूसी मैं प्रयोग
नहाने में नीम का प्रयोग करने से बाल स्वस्थ रहते हैं नीम में फंगस और जीवाणु रोधक गुण मौजूद है बालों पर खुजली व सूखापन नहीं आता.
उपयोग - नीम के पत्ते को पानी में डालकर उबालें फिर उसे ठंडा कर के नहाये.
* नीम का तेल भी किसी आयुर्वेदिक दुकान पर आसानी से उपलब्ध है उसे हफ्ते में दो बार इस्तेमाल करने से बाल मजबूत बनते हैं ओर बालों में जुए भी नहीं पड़ती.
3. दांत और मसूड़ो के किए फायदेमंद
मसूड़ों का सुजना, मसूड़ों में खून आना, कटना और दांतो का हिलना आज समस्या हर तीसरे व्यक्ति के साथ है,
उपाय- नीम के पत्तों को चबाना उसके रस से दांतो की मालिश और नीम का दातुन फायदेमंद इससे दांत मजबूत होंगे.
4. रक्तशोधक
नीम के पत्तो को अच्छी तरह चबाये उसके रस को अंदर ले जाए , नीम के 7-8 पत्तो को पानी मे उबाल कर उसे ठंडा कर छान के सुबह खाली पेट पिये । नीम के रस से हमारा खून साफ होता है.
5. चोट लगने पर नीम
नीम के पत्तो को हल्का धो कर पानी मे उबाल लें ठंडा कर फिर उस पानी को चोट पर डाले और फिर पत्तो को चोट पर लगा कर पटी बांध लें.
6. पेट के कीड़ों कर नीम
अगर बच्चा रात को सोते हुए दांत घिसे तो इसका मतलब पेट मे कीड़े है या अचानक पेट मे दर्द होने लगे,
कीड़ो को मारने के लिए बच्चो को नीम का पानी पिलाये, मीन के पत्ते खिलाये, और चाय बनाते समय उसमे 5-7 नीम के पत्ते दाल दे.
नीम के कुछ नुकसान
*सामान स्वस्छ व्यक्ति का नीम को कुछ विशेष नुकसान नहीं है.*5 साल से कम बच्चो को नीम बिना डॉक्टर की सलाह के ना दे.
*प्रेग्नेंट और स्तनपान कराने वाली महिलाए नीम का सेवन ना करें (doctor की सलहा जरूर ले).
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